*यूपी के बरेली में उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री के नाम पर उगाही, मुकदमा दर्ज; जानिए क्या है पूरा मामला??*

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उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने बरेली में कल्पना मिश्रा उर्फ कल्पना चतुर्वेदी और डॉक्टर आरसी पांडेय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है. मंत्री रेखा आर्या का कहना है कि इन दोनों आरोपियों ने न केवल उनके और उनके पति गिरधारी लाल साहू के नाम और पद का दुरुपयोग किया, बल्कि उनके खिलाफ अवैध धन उगाही और जनमानस में दबदबा बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया.

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने अपनी शिकायत में कहा है कि कल्पना मिश्रा उर्फ कल्पना चतुर्वेदी और डॉक्टर आरसी पांडेय उत्तराखंड सरकार का बोर्ड, हूटर, और लाल-नीली बत्ती लगाकर अपनी क्रेटा कार में धौंस जमाते हैं. उनका आरोप है कि ये लोग उनके नाम और पद का दुरुप्रयोग कर रहे हैं और इसका इस्तेमाल फर्जी तरीके से अवैध धन उगाही के लिए कर रहे हैं.

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के नाम पर बरेली में धन उगाही

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने आरोप लगाया है कि इन आरोपियों ने उनके 7 लाख रुपए और एक सोने की रुद्राक्ष की माला भी चोरी कर ली है. मंत्री ने इस बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की. बरेली के बारादरी थाने में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.

पुलिस की कार्रवाई और कानूनी धाराएं

उत्तर प्रदेश पुलिस ने रेखा आर्या की तहरीर पर कल्पना मिश्रा उर्फ कल्पना चतुर्वेदी और डॉक्टर आरसी पांडेय के खिलाफ आईपीसी की धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2), और 305 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. ये धाराएं विभिन्न अपराधों के लिए लागू होती हैं, जिनमें गंभीर दुराचार, सार्वजनिक जीवन में खतरा और अवैध गतिविधियां शामिल हैं.

मामले की गंभीरता और संभावित प्रभाव

मंत्री रेखा आर्या की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत और पुलिस की कार्रवाई से साफ है कि यह मामला बहुत गंभीर है. आरोपियों ने सरकारी पद और नाम का दुरुपयोग करने की घटनाएं केवल व्यक्तिगत या वित्तीय विवाद नहीं हैं, बल्कि ये सार्वजनिक जीवन और शासन की छवि पर भी असर डालती है. यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो इससे कानून के दायरे में बड़े कदम उठाए जा सकते हैं, और इससे अन्य लोगों के लिए भी एक चेतावनी हो सकती है.

मामले की जांच और कानूनी प्रक्रियाओं के चलते यह देखा जाएगा कि क्या आरोपी अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज कर सकते हैं या इन पर दोषी पाए जाते हैं. इस बीच, रेखा आर्या की ओर से की गई शिकायत ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर किया है, जिसे सरकार और कानून के अधिकारियों को गंभीरता से लेना चाहिए।

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