
दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां मंगलवार सुबह आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। दूसरी ओर, 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और PoK में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में आतंक के कई बड़े चेहरों को मौत के घाट उतार दिया है।





शोपियां के शकरू केल्लर इलाके में सुरक्षा बलों को आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और भारतीय सेना ने संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी के दौरान इलाके में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
मुठभेड़ की खबर फैलते ही स्थानीय प्रशासन ने पूरे इलाके में अलर्ट जारी कर दिया है। अतिरिक्त बलों को भी मौके पर भेजा गया है। मुठभेड़ अभी जारी है और अधिक जानकारी का इंतज़ार है।
वहीं दूसरी ओर, भारतीय सेना की एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी शिविरों पर सटीक हमले किए। इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कई बड़े आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया।
इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकियों में आईसी-814 विमान अपहरण मामले में वांछित मौलाना यूसुफ अजहर, मुदस्सर खादियां खास, हाफिज मुहम्मद जमील, खालिद उर्फ अबू अकाशा और मोहम्मद हसन खान शामिल हैं। ये सभी आतंकी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के हाई-प्रोफाइल चेहरे माने जाते थे।
रक्षा विशेषज्ञ:
“भारत का यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ उसकी ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाता है। यह संदेश है कि भारत अब अपने दुश्मनों को उनकी जमीन पर जाकर जवाब देने में सक्षम है।”
एक ओर कश्मीर में सुरक्षाबल आतंक के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए हैं, तो दूसरी ओर सीमापार आतंकी ढांचे को भी तोड़ने की रणनीति साफ नज़र आ रही है। ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने यह जता दिया है कि अब आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति सिर्फ रक्षा नहीं, बल्कि निर्णायक जवाब की है।