उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से एक हैरान कर देने वाला साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एक बुजुर्ग भाई-बहन को 16 दिन तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा और उनसे 75 लाख 73 हजार रुपये की ठगी कर ली। हालांकि, पुलिस की सतर्कता से एक आरोपी को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह मामला 23 मार्च से 7 अप्रैल के बीच का है, जब अल्मोड़ा के निवासी पूर्ण चंद्र जोशी और उनकी बहन भगवती पांडे को एक अज्ञात व्यक्ति ने वीडियो कॉल किया। खुद को पुलिस अधिकारी बताकर ठगों ने दोनों को बताया कि उनकी आईडी बच्चों के अपहरण गिरोह से जुड़ी है। उन्हें डराया गया कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
डर के मारे दोनों भाई-बहन ने किसी से संपर्क नहीं किया और ठगों द्वारा बताए गए खातों में अपनी जमा पूंजी भेज दी। 16 दिनों में कुल 8 बार में 75 लाख 73 हजार रुपये की ठगी कर ली गई।
देवेंद्र पींचा, एसएसपी अल्मोड़ा
“इस तरह के मामले बहुत गंभीर हैं। हमारी टीम ने तेजी से जांच करते हुए 9 मई को आरोपी जुनेजा दिलावर को गुजरात के मोरवी राजकोट से गिरफ्तार किया है। लोगों से अपील है कि कोई भी व्यक्ति यदि खुद को पुलिस अधिकारी या जज बताकर वीडियो कॉल करे और पैसे मांगे, तो सतर्क रहें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।”
ठगों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि जांच पूरी होने के बाद अगर वे निर्दोष पाए गए तो पूरी रकम वापस कर दी जाएगी। इस धोखे में आकर दोनों भाई-बहन अपनी जीवनभर की कमाई गवां बैठे।
पुलिस ने इस मामले में गहराई से जांच करते हुए बैंक खातों और लेन-देन की जानकारी निकाली और साइबर सेल व सर्विलांस टीम की मदद से आरोपी तक पहुंच बनाई। एसएसआई अजेंद्र प्रसाद और उनकी टीम ने 15 अप्रैल को शिकायत दर्ज होने के बाद तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
डिजिटल युग में जहां सुविधाएं बढ़ी हैं, वहीं साइबर अपराधों का खतरा भी बढ़ा है। ऐसे में सतर्क रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। अगर कोई आपको वीडियो कॉल कर डरा-धमका कर पैसे मांगता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।