आज रुद्रपुर के पावर हाउस के बाहर कांग्रेस नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन का मुख्य कारण राज्य सरकार द्वारा लागू की गई प्रीपेड मीटर योजना है, जिसे कांग्रेस ने जनविरोधी करार दिया है।
जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा एवं महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सीपी शर्मा के नेतृत्व में तमाम कांग्रेसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पावर हाउस में एकत्र हुए और प्रीपेड विद्युत मीटर लगाये जाने का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने कहा कि महंगाई से आम आदमी का जीना पहले ही दुश्वार हो चुका है। कमरतोड़ महंगाई में आम आदमी के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो रहा है, ऐसे में सरकार लगातार विद्युत की दरें बढ़ाकर जनता की मुश्किलों को और बढ़ा रही है। बिजली की व्यवस्था को अडानी ग्रुप के हाथों सौंपकर जनता को लूटने का काम किया जा रहा है। श्री गावा ने कहा कि सरकार जनता के साथ दोहरी नीति अपनाकर जनता को लूटने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में शहर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर नहीं लगने दिये जायेंगे।
महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार में पूंजी पति मित्रें को लाभ पहुंचाने के लिए जनता के हितों पर डाका डाला जा रहा है। पहले बिजली के दाम बढ़ाये गये अब प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाकर जनता का जीना दूभर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर लगने से आम लोगों को आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशानी उठानी पड़ेगी। स्मार्ट विद्युत मीटर लगने से बिजली के बिलों में भारी इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि रूद्रपुर में अधिकांश लोग नजूल भूमि पर निवास करते हैं और गरीब परिवारों के हैं। कई परिवार ऐसे हैं जिनके पास स्मार्ट फोन तक नहीं है। ऐसे लोगों पर प्रीपेड मीटर थोपना घोर अन्याय है।
महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मीना शर्मा ने कहा कि स्वार्थों के चलते विद्युत वितरण व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपकर जनता पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि अडानी अंबानी जैसे धन्नासेठों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार स्मार्ट मीटर लगवा रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पर तुरंत रोक नहीं लगायी गयी तो प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। विरोध प्रदर्शन के बाद कांग्रेसियों ने विभाग के अभियंता को ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया तुरंत रोकने की मांग की गयी।
इस दौरान कांग्रेस नेता हरीश बावरा, मोहन खेड़ा, सुनील आर्य, संदीप चीमा, गोपाल भसीन, सौरभ चिलाना, साजिद खान, प्रीति साना, अर्जुन विश्वास, मो- आजम, बाबू विश्वकर्मा, बाबू खान, मनेाज कुमार सिंह, मोहन भारद्वाज, केपी गंगवार, संजय, अरशद खानउमर अली, निसार, सतीश कुमार, राम किसान सैनी, नदीम खान, ईदरीश गोला, डा- सईद, विकास विश्वास, जयदेव,परवेज कुरैशी, छत्रपाल, आरिफ, अनिल साहनी, अंकित सैनी, रिंकी गुप्ता, फरमान सिददीकी, डीपी यादव, डा- हबीब, अबरार आदि मौजूद थे।