
उत्तराखंड के रिखणीखाल ब्लॉक में करंट लगने से संविदा लाइनमैन की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है।





वड्डाखाल क्षेत्र में बिजली की लाइन पर काम करते समय संविदा लाइनमैन की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई थी। हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने इसे बेहद गंभीर मामला मानते हुए उपखंड अधिकारी चंद्रमोहन, अवर अभियंता शुभम कुमार और अधिशासी अभियंता विनीत कुमार सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
सीएम धामी ने स्पष्ट कहा है कि कार्यस्थलों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी अब बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सभी विभागीय अधिकारियों को ज़िम्मेदारी के साथ काम करना होगा।
(सीएम धामी का निर्देश)
“हर कर्मचारी की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। सुरक्षा उपकरणों की कमी या लापरवाही के लिए जवाबदेही तय होगी।”
सीएम धामी ने यूपीसीएल को भी निर्देश दिए हैं कि विभाग में कितने सुरक्षा उपकरण उपलब्ध हैं, और क्या वे फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों तक पहुंच पा रहे हैं – इसका तुरंत स्पष्टीकरण दें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बिजली के किसी भी कार्य के दौरान कर्मचारी पूरी तरह से हेलमेट, सेफ्टी बेल्ट, दस्ताने और इन्सुलेटेड टूल्स से लैस हों।
मुख्यमंत्री का यह कड़ा कदम यह संकेत देता है कि राज्य सरकार कर्मचारियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर है। साथ ही अब लापरवाह अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।