जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में मचैल माता मंदिर जाने वाले मार्ग पर गुरुवार को बादल फटने से भारी तबाही मच गई। चशोती गांव में हुई इस घटना में 33 लोगों की मौत हो गई, जबकि 125 से अधिक घायल हुए हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धालु गांव में लगे निःशुल्क लंगर में भोजन कर रहे थे। अचानक आई तबाही से लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। यह स्थान मंदिर मार्ग का आखिरी वाहन पड़ाव है, जहां से करीब 10 किलोमीटर पैदल यात्रा करनी होती है।
डीसी पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि अब तक 30 शव बरामद किए गए हैं और घायलों को अस्पताल भेजा गया है। पुलिस ने कहा कि 75 से ज्यादा घायलों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
घटना के बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवी संगठन राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। लापता लोगों की तलाश जारी है और एनडीआरएफ की दो टीमों को अतिरिक्त रूप से मौके पर भेजा गया है।