रंगदारी मांगने के आरोप में संत सहित सात पर मुकदमा दर्ज, संपत्ति पर कब्जे के प्रयास का भी आरोप….
हरिद्वार नगर कोतवाली क्षेत्र में कोर्ट के फर्जी दस्तावेज बनाकर गृहकर खाते में नाम परिवर्तन कर संपत्ति पर कब्जे के प्रयास का मामला सामने आया है। आरोप है कि 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और बच्चों की हत्या कर देने की धमकी दी। पुलिस ने जूना अखाड़े के एक संत सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, अश्वनी चौहान निवासी ऋषभ अपार्टमेंट कनखल ने शिकायत में बताया कि राजकुमार निवासी ग्राम टांडा जलालपुर लक्सर, बाबा हरिओमपुरी निवासी नागल आश्रम नजीबाबाद बिजनौर हाल पता जूना अखाड़ा हरिद्वार, मनोज शर्मा, उसकी पत्नी पूजा शर्मा निवासी गोविंदपुरी ज्वालापुर ने उसकी संपत्ति कब्जाने के लिए साजिश रची।
आरोप लगाया कि फर्जी सिविल कोर्ट के दस्तावेज बनाकर नगर निगम में प्रेषित कर दिया। इसके आधार निगम ने भी संपत्ति के गृहकर खाते में नाम परिवर्तित कर दिया। कोर्ट से बीती 18 अप्रैल को सर्टिफाइड सवाल जवाब मांगने पर सामने आया कि ऐसा कोई भी पत्र जारी नहीं किया गया है।
आरोप है कि बाबा हरिओमपुरी, राजकुमार, पूजा शर्मा, मनोज शर्मा ने षड्यंत्र कर हरिओम पुरी के नाम एक फर्जी वसीयत 1998 की दर्शाते हुए सिविल कोर्ट में वाद दायर कर दिया। आरोप है कि धर्मराज सैनी, उत्तम गिरी उर्फ उपेंद्र तिवारी, पितांबर दास को भी साजिश में शामिल कर बीती 16 अप्रैल को टीनशेड डालकर कब्जा करने का प्रयास किया।
रोकने की कोशिश करने पर राजकुमार व पूजा शर्मा ने 20 लाख की रंगदारी मांगी। दोबारा भूखंड पर आने पर परिवार को फंसाने और बच्चों की हत्या करा देने की धमकी दी। कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला ने बताया कि महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।