
उत्तराखंड के महतोष बाजार के व्यापारी सचिन गगनेजा के अचानक लापता होने से परिवार में हड़कंप मच गया है। दिल्ली से घर लौटते समय उनकी आखिरी फोन कॉल के दौरान संदिग्ध आवाजें सुनाई दीं, जिसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिला है। परिजनों ने पुलिस से जल्द कार्रवाई की मांग की है।





ग्राम अलखदेवी निवासी सचिन गगनेजा की महतोष बाजार में मोबाइल शॉप है। सोमवार सुबह वह किसी काम से दिल्ली गए थे। शाम करीब 6 बजे उन्होंने अपनी पत्नी पूजा को फोन कर बताया कि वह करोलबाग से स्टेशन के लिए कैब में बैठ चुके हैं।
बातचीत के दौरान अचानक फोन पर किसी से नोकझोंक की आवाजें आईं और फिर कॉल कट गया। जब पूजा ने दोबारा कॉल किया तो फोन बंद था। इससे घबराई पूजा ने तुरंत परिजनों को सूचित किया।
परिजनों ने गदरपुर पुलिस को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद एसओ जसवीर सिंह चौहान ने दिल्ली पुलिस से संपर्क कर जांच शुरू करवाई। मंगलवार को परिजन भी दिल्ली पहुंचे और अपनी ओर से सचिन की तलाश शुरू की, लेकिन अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है।
शुभम गगनेजा (सचिन के भाई) का बयान:
“भाई से आखिरी बार फोन पर बात हुई थी, उसके बाद से कोई संपर्क नहीं हो सका। 24 घंटे हो चुके हैं, लेकिन पुलिस को अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। हम बहुत परेशान हैं और जल्द से जल्द उसके मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।”
सचिन गगनेजा के लापता होने की घटना ने परिवार को सदमे में डाल दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। परिजन लगातार अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रहे हैं और जल्द से जल्द सचिन की सुरक्षित वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।