
उत्तराखंड के हरिद्वार तहसील से एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। विजिलेंस की ट्रैप टीम ने महिला पटवारी मोनू भारती उर्फ मोनिका के कथित सहायक अनुज कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस समय हुई, जब वह दाखिल-खारिज की प्रक्रिया में मदद के नाम पर ₹4,500 की घूस ले रहा था।





शिकायतकर्ता ने विजिलेंस की टोल फ्री हेल्पलाइन 1064 पर कॉल कर यह जानकारी दी थी कि वह वर्ष 2023 से अपनी पत्नी के नाम खरीदे गए प्लॉट का दाखिल-खारिज करवाना चाह रहा था। लेकिन महिला पटवारी द्वारा लगातार टाल-मटोल की जा रही थी और अप्रत्यक्ष रूप से रिश्वत की मांग की जा रही थी।
9 अप्रैल को जब महिला पटवारी के कथित निजी सहायक अनुज कुमार ने घूस की रकम मांगी, तो शिकायतकर्ता ने तुरंत विजिलेंस से संपर्क कर ट्रैप की कार्रवाई की मांग की। तय योजना के अनुसार, विजिलेंस टीम मौके पर पहुंची और जैसे ही अनुज कुमार ने ₹4,500 की रिश्वत ली, उसे रंगेहाथ पकड़ लिया गया।
फिलहाल विजिलेंस विभाग ने मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है। यह मामला दिखाता है कि सरकारी कार्यालयों में निजी व्यक्तियों के जरिए रिश्वतखोरी की गंभीर समस्या अब भी जारी है। वहीं, शिकायतकर्ता की सजगता से यह बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हो पाया।