
ऋषिकेश नगर निगम चुनाव के नतीजों ने बीजेपी के लिए कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और अन्य दिग्गज नेता अपने-अपने गृह वार्ड में हार गए। वहीं, कांग्रेस से आए नए कार्यकर्ताओं ने बेहतर प्रदर्शन कर पार्टी की साख को बचाने में अहम भूमिका निभाई।





दिग्गजों के गृह वार्ड में हार:
- प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के वार्ड नंबर 39 में बीजेपी प्रत्याशी को निर्दलीय संजय बिष्ट ने हराया।
- कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के वार्ड 17 में बीजेपी प्रत्याशी को निर्दलीय रामकुमार संगर ने मात दी।
- पूर्व र्मेयर अनीता ममगाईं के वार्ड 5 से कांग्रेस के देवेंद्र प्रजापति ने जीत दर्ज की।
- जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा के वार्ड 31 में निर्दलीय मुस्कान, जो केवल 22 वर्ष की हैं, ने विजय हासिल की।
भतीजे को भी नहीं जिता सके जिला अध्यक्ष:
जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा अपने भतीजे जयेश राणा को वार्ड 26 से टिकट दिलाने के बावजूद जीत नहीं दिला पाए। निर्दलीय सुरेंद्र सिंह नेगी ने जयेश को हराया, जिससे यह वार्ड चर्चा का विषय बन गया।
नए कार्यकर्ताओं ने बचाई लाज:
- कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए कार्यकर्ताओं ने शानदार प्रदर्शन किया।
- गंगा नगर से संध्या बिष्ट गोयल ने जीत दर्ज की।
- बनखंडी से पायल बिष्ट और मायाकुंड से अजय दास ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की।
बीजेपी जिलाध्यक्ष का बयान:
जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा ने हार पर कहा कि हर पहलू की समीक्षा की जाएगी और संगठन विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
इस चुनाव में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को अपने वार्डों में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन नए कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन ने पार्टी की साख को बचाए रखा। अब यह देखना होगा कि हार की समीक्षा और आगे की रणनीति में बीजेपी क्या कदम उठाती है।