
बीजेपी नेता की सुसाइड का मामला सामने आया है जहां मध्य प्रदेश के दतिया में बीजेपी नेता जितेंद्र मेवाफरोष ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के भदौरिया की खिड़की के पास कुईया पुरा का है, बताया जा रहा है कि जितेंद्र मेवाफरोष ने रविवार सुबह अपने घर के बाहर लाइसेंसी पिस्टल से सिर में गोली मार ली। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, घटना सुबह करीब 10 बजे की है।





परिजनों ने बताया कि जितेंद्र काफी समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। उन पर करीब साढ़े 6 लाख रुपये का कर्ज था। सहारा कंपनी में काम करने के दौरान जिन लोगों ने उनके कहने पर पैसा इन्वेस्ट किया था, वे भी लगातार पैसा वापस करने का दबाव बना रहे थे। इसके अलावा, बीजेपी पार्षद रिंकू दुबे भी कर्ज चुकाने के लिए मकान और जमीन बेचने का दबाव बना रहा था, मृतक के भाई वीरू मेवाफरोष ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जितेंद्र बेहद परेशान थे। दो दिन पहले भी एक कर्जदार का फोन आया था, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई, पुलिस के अनुसार, घटना से कुछ देर पहले जितेंद्र मंदिर गए थे। लौटने के बाद उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया।
पुलिस की कार्रवाई
दतिया कोतवाली के टीआई धीरेन्द्र मिश्रा ने बताया कि आत्महत्या की असल वजह का खुलासा मृतक के परिजनों के बयान और जांच के बाद ही हो पाएगा। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
आर्थिक संकट बना वजह
परिवार और सूत्रों के मुताबिक, जितेंद्र पर साढ़े 6 लाख रुपये का कर्ज था, जिसके चलते वे मानसिक तनाव में थे। बेटी सोनम ने आरोप लगाया कि बीजेपी पार्षद रिंकू दुबे की धमकियों से परेशान होकर उनके पिता ने आत्महत्या की है।
यह घटना आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं की ओर इशारा करती है। पुलिस और प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, यह खबर बताती है कि कर्ज और दबाव के कारण लोग किस तरह मानसिक तनाव का शिकार हो रहे हैं। समाज को इस दिशा में संवेदनशील और जागरूक होने की आवश्यकता है।