रुद्रपुर।
जिला पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा ने संगठनात्मक जिले रुद्रपुर की पांच विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले 18 जिला पंचायत वार्डों में से 15 सीटों पर अपने समर्थित प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बुधवार को जारी सूची ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार और उनके परिवार के लिए बड़ा सियासी झटका साबित किया है। गंगवार परिवार की परंपरागत सीट मानी जाने वाली वार्ड संख्या 17 (भंगा) को भाजपा ने स्वतंत्र घोषित कर दिया है।
बुधवार को ही रेनू गंगवार ने भंगा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया था, लेकिन भाजपा जिलाध्यक्ष कमल कुमार जिंदल की ओर से जारी सूची में भंगा को “फ्री” सीट बताया गया है। यानी इस वार्ड में भाजपा का कोई अधिकृत या समर्थित उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ेगा।
राजनीतिक गलियारों में इस फैसले को भाजपा और गंगवार परिवार के बीच खिंचती दूरियों के रूप में देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बीते चार कार्यकालों से गंगवार परिवार का ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा रहा है। ऐसे में इस बार भाजपा द्वारा भंगा सीट को स्वतंत्र घोषित करना कई संकेत दे रहा है और जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दौड़ को और रोचक बना सकता है।
जारी हुई भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की सूची
भाजपा जिलाध्यक्ष कमल कुमार जिंदल ने बताया कि जिन वार्डों में समर्थित उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है, वे इस प्रकार हैं
गंगी (महिला आरक्षित): हेमा मुडेला
पहैनिया (अनु. जनजाति महिला आरक्षित): संगीता राणा
प्रतापपुर (सामान्य): अमनदीप कौर
मझोला 1 (ओबीसी आरक्षित): अजय मौर्या
नगला तराई (सामान्य): सागर सिंह धामी
गोविन्दनगर (महिला आरक्षित): कृष्णा राय
गुरूग्राम (महिला आरक्षित): साधना सरकार
डोहरा (अनु. जनजाति आरक्षित): ओम प्रकाश सिंह राणा
नकुलिया (अनु. जनजाति महिला आरक्षित): मंगेश्वरी राणा
सरकडा (अनु. जाति आरक्षित): सूर्य नारायण
बिडौरा (ओबीसी आरक्षित): सदफ मलिक
ऐचता (सामान्य): भाष्कर सम्भल
कुरैया (ओबीसी महिला आरक्षित): कोमल चौधरी
दोपहरिया (सामान्य): जसविंदर सिंह (बंटी खुराना)
प्रतापपुर (अनु. जाति आरक्षित): जितेन्द्र कुमार गौतम
भाजपा ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिला पंचायत वार्ड संख्या 17 (भंगा) में पार्टी किसी को समर्थन नहीं देगी। वहीं बिगराबाग (खटीमा) और खानपुर पूर्व (गदरपुर/रुद्रपुर) वार्डों के लिए समर्थित प्रत्याशियों की घोषणा गुरुवार को की जाएगी।
राजनीतिक समीकरणों में बदलाव के संकेत
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो भंगा सीट को लेकर भाजपा के इस निर्णय से रेनू गंगवार की राजनीतिक राह आसान नहीं होगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा से वर्षों से जुड़े रहे गंगवार परिवार की अगली रणनीति क्या होगी और क्या वे पार्टी लाइन से अलग होकर चुनावी दांव चलेंगे।