
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर ज़िले के खटीमा से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां एक युवक ने अपनी प्रेमिका की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी और उसके शव के टुकड़े कर नहर में फेंक दिए। आरोपी मुश्ताक अली को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि महिला का सिर अब तक नहीं मिल पाया है।





यह सनसनीखेज मामला खटीमा के नदन्ना नहर के पास काली पुलिया का है, जहां बुधवार को महिला के सिर कटे धड़ की बरामदगी हुई थी। मृतका की पहचान नानकमत्ता की रहने वाली पूजा मंडल (32) के रूप में हुई है। वह गुरुग्राम में स्पा सेंटर में काम करती थी। करीब साढ़े पांच महीने पहले वह रहस्यमयी तरीके से लापता हो गई थी।
पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर गौरीखेड़ा, सितारगंज निवासी टैक्सी चालक मुश्ताक अली को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूलते हुए बताया कि उसने पूजा की गला काटकर हत्या की और शव को नहर में फेंक दिया।
मणिकांत मिश्रा, एसएसपी, ऊधम सिंह नगर
“युवती की गुमशुदगी गुरुग्राम में दर्ज थी। कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी की गिरफ्तारी हुई। आरोपी ने हत्या कबूल की है। सिर की तलाश अभी जारी है।”
पूजा मंडल की छोटी बहन पुरमिला विश्वास के अनुसार, मुश्ताक ने खुद को हिंदू बताकर पूजा से नज़दीकी बढ़ाई। दोनों लंबे समय तक प्रेम संबंध में रहे। पूजा ने उसे आर्थिक मदद भी की और सितारगंज में प्लॉट तक दिलवाया। लेकिन जब पूजा ने शादी का दबाव बनाया तो मुश्ताक ने उससे पीछा छुड़ाने के लिए यह खौफनाक साजिश रची, पुरमिला का आरोप है कि मुश्ताक ने न सिर्फ हत्या की, बल्कि पूजा की बेटी को बेचने का प्रयास भी किया था।
पुरमिला विश्वास, मृतका की बहन..
“मुश्ताक ने मेरी बहन को धोखा दिया, उसका इस्तेमाल किया और बाद में मार डाला। उसे फांसी होनी चाहिए। उसके पूरे परिवार ने साजिश में साथ दिया।”
घटना की भयावहता को देखते हुए गुरुवार को जल पुलिस ने दिनभर नहर में पूजा के कटे सिर की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी के मुताबिक, घटना को 5 महीने बीत चुके हैं, जिससे संभावना है कि सिर बह चुका हो।
इधर, आरोपी को हरियाणा पुलिस अपने साथ गुरुग्राम ले गई है, जहां पूजा की गुमशुदगी पहले से दर्ज थी। मामले की विस्तृत जांच वहीं से की जा रही है।
इस खौफनाक वारदात ने एक बार फिर समाज में रिश्तों की हकीकत और झूठ की पहचान को सामने ला दिया है। सवाल ये है कि क्या पूजा को इंसाफ मिलेगा? और क्या ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देकर आने वाली पीढ़ियों के लिए कोई सबक छोड़ा जाएगा?