देश के कई राज्यों में जमीन की धोखाधड़ी में सक्रिय बाबा अमरीक सिंह गिरोह के एक सदस्य को देहरादून पुलिस ने सहारनपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी राजपुर थाने में 18 करोड़ की धोखाधड़ी में दर्ज मुकदमे में फरार था। गिरोह के सदस्यों के विरुद्ध उत्तराखंड समेत कई राज्यों में जमीन की धोखाधड़ी के डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि राजपुर थाने में 21 मार्च को प्रॉपर्टी डीलर गोविंद पुंडीर ने शिकायत की थी। बताया था कि अगस्त 2023 में उसके भाई उपेंद्र की अमजद अली निवासी छुटमलपुर सहारनपुर हाल निवासी जोहड़ी राजपुर और अदनान के साथ मुलाकात हुई थी। आरोपी अमजद ने पीड़ित के भाई को बताया कि महाराष्ट्र के एक बड़े बाबा अमरीक सिंह स्कूल और आश्रम बनाने के लिए जमीन देख रहे हैं। लेकिन बाबा जमीन की पहले मिट्टी चेक करते हैं। इसके लिए पीड़ित ने तीन जमीनों की मिट्टी उन्हें दे दी। इसके बाद आरोपी अमजद और अदनान ने पीड़ित के भाई को मिट्टी पास न होने की बात कही।
बताया कि सितंबर 2023 में आरोपी अमजद, राम अग्रवाल, सचिन गर्ग उर्फ छोटा काणा, मुकेश गर्ग उर्फ बड़ा काणा, सुमित बंसल, अर्जुन शेखावत, रणवीर, अदनान ने पीड़ित से दोबारा मिलकर कुछ किसानों की ओर से करनाल हरियाणा में अपनी जमीन बेचने की बात की। इसपर उन्होंने साझेदार बनाकर मुनाफे का लालच दिया। इसपर पीड़ित ने विश्वास में आकर आरोपियों को 15 करोड़ रुपये दे दिए। लेकिन जमीन की रजिस्ट्री नहीं की। जब दोबारा रजिस्ट्री कराने गए तो बताया गया कि बाबा को रुपयों के साथ इनकम टैक्स ने पकड़ लिया है। बदले में छह करोड़ रुपये मांग रहे हैं। 3 करोड़ रुपये स्वयं देने और तीन करोड़ की व्यवस्था पीड़ित से करने के लिए कहा। रुपये का इंतजाम न होने पर पूर्व में दिया गया पूरा पैसा जब्त होने का डर दिखाया। इसके बाद पीड़ित ने विश्वास में आकर तीन करोड़ रुपये दे दिए।
मामले में पुलिस की टीमों ने हरियाणा, यूपी, पंजाब, हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने आरोपी संजय गुप्ता उर्फ राम अग्रवाल, अमजद अली, सुमित बंसल के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किए। मामले में पुलिस ने रविवार को आरोपी अदनान निवासी ग्राम अलीपुरा, थाना सरसावा, सहारनपुर को थाना जनकपुरी, सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी ने ही जमीन की खरीद-फरोख्त के संबंध में सबसे पहले पीड़ित से संपर्क किया था। पूछताछ में पुलिस को अन्य आरोपियों के भी सुराग मिले हैं। इस मुकदमे में दो आरोपियों को पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है। बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दूसरे राज्यों में दबिश दे रही है। गिरोह के सदस्यों पर उत्तराखंड, हरियाणा, सहारनपुर, देवबंद, भगवानपुर सहित कई जगहों पर मुकदमे दर्ज हैं।