तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां रेलवे ट्रैक पर ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची जा रही थी। इस साजिश का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि एक साधु निकला।
8 मई को काचीगुडा रेलवे पुलिस को सूचना मिली कि हैदराबाद के काचीगुडा और पुथुवेल सहित कई जगहों पर रेलवे पटरियों पर जानबूझकर पत्थर रखे जा रहे हैं। सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिससे मामले की परतें खुलती चली गईं।
सीसीटीवी फुटेज में एक साधु की संदिग्ध गतिविधियां सामने आईं। पुलिस ने गहराई से जांच की और 11 मई को उत्तराखंड के हरिद्वार निवासी ओम (45 वर्ष) को तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह ट्रेनों को पटरी से उतारने की साजिश में शामिल था।
रेलवे पुलिस ने आरोपी ओम के खिलाफ रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 153, 147 और 174 (सी) के तहत मामला दर्ज कर उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे 22 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जांच में यह भी सामने आया कि ओम तमिलनाडु के अरक्कोणम इलाके में भी रेलवे ट्रैक से बोल्ट और जोड़ हटाने की घटना में शामिल था। तमिलनाडु रेलवे पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से ओम की पहचान की और अब उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत अपने राज्य ले जाने की तैयारी कर रही है।
रेलवे पुलिस की सतर्कता से एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया है। अब यह जांच का विषय है कि आरोपी साधु अकेला था या उसके पीछे कोई और बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था।