
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (AAP) को तगड़ा झटका लगा, जब पार्टी के सात विधायकों ने एक के बाद एक इस्तीफा दे दिया।





सबसे पहले महरौली से विधायक नरेश यादव ने इस्तीफा दिया। इसके कुछ ही घंटे बाद जनकपुरी के विधायक राजेश ऋषि ने भी पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी। इसके बाद त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित कुमार मेहरौलिया, कस्तूरबा नगर से मदन लाल, पालम से भावना गौड़, आदर्श नगर से पवन कुमार शर्मा और बिजवासन से भूपेंद्र सिंह जून ने भी इस्तीफा दे दिया।
गौरतलब है कि इन सभी विधायकों को आगामी चुनाव में पार्टी ने टिकट नहीं दिया था। ऐसे में, इन इस्तीफों से AAP को कितना नुकसान होगा, इसका अंदाजा 8 फरवरी को मतगणना के दिन ही लग सकेगा।
महरौली विधायक नरेश यादव का बड़ा आरोप
इस्तीफा देते हुए महरौली विधायक नरेश यादव ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि AAP भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए बनी थी, लेकिन अब खुद ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा, “मैंने ईमानदारी की राजनीति के लिए AAP जॉइन की थी, लेकिन आज पार्टी में कहीं भी ईमानदारी नजर नहीं आ रही है। पिछले 10 सालों में मैंने 100% ईमानदारी से काम किया, लेकिन अब मेरी जनता भी कह रही है कि AAP पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूब चुकी है।”
“भ्रष्टाचारियों से घिरी पार्टी”
नरेश यादव ने आरोप लगाया कि पार्टी ने भ्रष्टाचारियों को शामिल कर लिया है और अब उसमें ईमानदार लोगों की संख्या बहुत कम रह गई है। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वे आगे भी ईमानदारी की राजनीति के लिए उनका समर्थन करें।
अब देखना होगा कि इन इस्तीफों का आगामी चुनाव में आम आदमी पार्टी पर क्या असर पड़ता है।