किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने कहा कि फाजपुर महरौला में स्थित सौ एकड़ सीलिंग जमीन को खुर्दबुर्द करने की तैयारी की जा रही है। इस खेल में जमीनों के कारोबार से जुड़े भाजपा के बड़े नेता और पदाधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा रामनगर गांव में 12 एकड़ सीलिंग की जमीन को एक कालोनाइजर सत्ताधारियों के संरक्षण में खुर्दबुर्द करने की कोशिश में है।
बुधवार को अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में बेहड़ ने कहा कि किच्छा, रुद्रपुर सहित अन्य जगहों पर बड़े पैमाने पर अवैध काॅलोनियां काटी जा रही हैं। छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक अधिकारी इस खेल में शामिल हैं। कहा कि रुद्रपुर के फाजलपुर महरौला में बड़े पैमाने पर सीलिंग की जमीन बेची गई थी।
इस जमीन को खरीदने वाले लोग सीलिंग से बाहर निकालने और जमीन पर मालिकाना हक की गुहार लगातार लगाते आ रहे हैं। बाजपुर के 20 गांवों का मामला हल नहीं हो सका है। लेकिन फाजलपुर महरौला में सीलिंग की सौ एकड़ जमीन को सीलिंग से बाहर कर ठिकाने लगाने की तैयारी की जा रही है।
कहा कि सत्ता के संरक्षण में हो रहे खेल में भाजपा के कुछ पदाधिकारी सीधे शामिल हैं। सरकार जमीनों को सरप्लस करने के बजाय बेचने में जुटी है। पंतनगर यूनिवर्सिटी की 500 एकड़ जमीन को एक बड़े ग्रुप को देने का काम हो रहा है। एक तरफ सरकार देवभूमि की जमीन को बाहरी लोगों को नहीं खरीदने देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ जमीनों को लुटाया जा रहा है।
नई बसी काॅलोनियों में यूपी के लोगों की बड़ी संख्या में बसावट हो रही है। कहा कि कालोनाइजर प्रदेश का नाश कर रहे हैं। भाजपा सरकार राज्य की बर्बादी की जिम्मेदार है। अगर सीलिंग की जमीन खुर्द बुर्द होती है और वहां रहने वालों को मालिकाना हक नहीं मिलता है तो इसके लिए लड़ाई लड़ी जाएगी। वे गंभीर मामले में चुप बैठने वाले नहीं है