खटीमा। बाबा तरसेम सिंह की हत्या के षड्यंत्र में शामिल सुल्तान सिंह और दिलबाग सिंह को दो दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड में ले लिया गया है। दोनों से पूछताछ में पुलिस के हाथ महत्वपूर्ण सुराग लगने की संभावना है। सुल्तान को पुलिस इस हत्याकांड का मुख्य षड्यंत्रकारी और शार्प शूटर अमरजीत सिंह का करीबी मान रही है।
28 मार्च 2024 को डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हुई हत्या के मामले में पुलिस अब तक नौ लोगों को षड्यंत्र के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है। इसके अलावा एक शार्प शूटर अमरजीत सिंह का हरिद्वार में एनकाउंटर हो चुका है, लेकिन अभी तक हत्याकांड के मास्टर माइंड तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है।
हालांकि पुलिस पकड़े गए बिलासपुर निवासी सुल्तान सिंह को मुख्य षड्यंत्रकारी मान रही है, लेकिन उसने किन प्रभावशाली लोगों की मदद से हत्या की साजिश रची थी, इसका सुराग अभी तक पुलिस को नहीं मिला है।
सूत्रों के मुताबिक, सुल्तान ने हत्या की साजिश में मुख्य भूमिका निभाई थी, जिस कारण पूछताछ के लिए पुलिस ने सुल्तान और दूसरे आरोपी दिलबाग की कस्टडी रिमांड के लिए आवेदन किया था। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि मंगलवार को दोनों की दो दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिल गई है।
बता दें कि पुलिस ने बिलासपुर निवासी सुल्तान सिंह को 12 अप्रैल 2024 को हरियाणा के जींद जिले से गिरफ्तार किया था। जबकि शाहजहांपुर निवासी दिलबाग सिंह को चार अप्रैल 2024 को गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि सुल्तान ने ही शार्प शूटर अमरजीत को बाबा तरसेम की हत्या के लिए उकसाया था। इसके अलावा सुल्तान ने अमरजीत का अपने घर से पैर का इलाज भी करवाया था।