यूपी में एक बार फिर बड़ा रेल हादसा देखने को मिला है. शुक्रवार की आधी रात गाड़ी संख्या 19168 साबरमती एक्सप्रेस कानपुर-भीमसेन खंड में पटरी से उतर गई. ट्रेन की 22 बोगियां पटरी से उतरते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई. हालांकि, हादसे में किसी भी प्रकार के जान माल की कोई क्षति नहीं हुई है. ड्राइवर के अनुसार प्रथम दृष्टया बोल्डर इंजन से टकराया और इंजन का कैटल गार्ड बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास 19168 साबरमती एक्सप्रेस के 22 कोच पटरी से उतर गए. यह ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी. फिलहाल, कोई यात्री हताहत नहीं हुआ है. रेलवे स्टाफ मौके पर पहुंच गया है. नॉर्थ सेंट्रल रेलवे ने बताया कि हादसा बोल्डर टकराने से हुआ है. हादसे के चलते कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है. कानपुर से बुंदेलखंड, मध्य प्रदेश जाने वाली ट्रेनों को कैंसल कर दिया गया है. कुछ ट्रेनों के रास्ते बदले गए।
बताया जा रहा है कि वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर- 19168) के 22 डिब्बे अचानक ही कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास डिरेल हो गए. देर रात करीब ढाई बजे ट्रेन गोविंदपुरी स्टेशन से कुछ दूरी पर ही थी और फौरन ही ट्रेन के डिब्बे पटरी से नीचे उतरे तो चारों ओर घने अंधेरे में केवल चीख-पुकार मच गई. कोई कुछ नहीं समझ पाया और आनन-फानन ही अपनी जान बचाते दिखा।
हर किसी को केवल इस बात का डर था कि जो लोग साथ में हैं वह जिंदा बचे भी हैं या नहीं. घबराहट के चलते कई यात्री मौके पर बेहोश हो गए. वहीं, जैसे ही जीआरपी व रेलवे के अफसरों को सूचना मिली तो सभी यात्रियों की जान बचाने दौड़ पड़े. गोविंदपुरी से महज तीन किलोमीटर दूर दादा नगर फायर स्टेशन पर मुख्यालय से सीएफओ दीपक शर्मा अपनी टीम के सदस्यों को लेकर सबसे पहले मौके पर पहुंचे।