
बाबा तरसेम सिंह के मुख्य हत्या आरोपी अमरजीत सिंह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया, बता दें की करीब 12 दिन बाद बाबा तरसेम सिंह के चाहने वालों के आंसुओं का उत्तराखंड ने आखिरकार बदला ले ही लिया, और साथ ही बाबा को आधा ही सही पर इंसाफ मिला है…





हरबंस सिंह चुघ पर बाबा ने लगाए थे कई इल्ज़ाम
बाबा तरसेम सिंह की एक फेसबुक पोस्ट भी चर्चाओं में है. जो उन्होंने 16 फरवरी को अपनी वॉल पर अपलोड किया था. इस पोस्ट में बाबा तरसेम सिंह ने गुरुद्वारा कमेटी नानकमत्ता साहिब के अध्यक्ष हरबंस सिंह चुघ पर कई इल्ज़ाम लगाए थे और अपनी जान माल को हरबंस सिंह चुघ से ही ख़तरा बताया था. लेकिन हरबंस सिंह चुघ को लेकर पुलिस की तफ्तीश कहां तक पहुंची, इससे पहले कि हम आपको वो बताएं, आइए पहले बाबा तरसेम सिंह के उस फेसबुक पोस्ट के कुछ खास हिस्सों को पढ़ लेते हैं, जो उन्होंने हरबंस सिंह चुघ के खिलाफ लिखी थी.
बाबा तरसेम सिंह के लिखे इसे पोस्ट से ये साफ है कि उनके और गुरुद्वारा नानकमत्ता कमेटी के अध्यक्ष के बीच पुराना विवाद चला आ रहा था और ये विवाद इतना बढ़ चुका था कि तरसेम सिंह को अपनी जान का खतरा तक महसूस होने लगा था. यही वजह है कि उन्होंने अपनी पोस्ट में ना सिर्फ हरबंस सिंह चुघ के साथ चल रहे विवाद का जिक्र किया था, बल्कि ये भी लिखा था कि अगर उनकी कार सेवा संस्था या फिर उन्हें कोई नुकसान होता है, तो इसकी जिम्मेदारी हरबंस सिंह चुघ और उनके समर्थकों की ही होगी. बाबा तरसेम सिंह की मानें तो हरबंस सिंह चुघ अपनी कमियां छुपाने के लिए उन पर ज़मीन के कब्जे, कार सेवा संस्था पर अपना दबदबा कायम करने के झूठे इल्ज़ाम लगे थे, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं था.