एक युवक ने ज्यादा मुनाफे के लालच में 7.5 लाख रुपए गवां दिये. जिस कंपनी में रकम लगायी थी, उसकी अवधि पूरी होने के चार साल बाद भी रकम वापस नहीं मिली है. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
मिर्जापुर सादात गांव निवासी राकेश कुमार एक बीमा कंपनी में एजेंट का काम करता था. 2013 में लक्सर के सेठपुर निवासी सुनील कुमार उनसे मिला. जिसने कहा कि उनकी प्राइवेट कंपनी है, उसमें पैसा इन्वेस्ट करने पर बीमा कंपनी के एजेंट से अच्छा मुनाफा कमा सकते हो. सुनील ने उसे देहरादून ले जाकर कथित कंपनी के एमडी और डायरेक्टर से मिलाया. इस पर राकेश ने कुछ रकम कंपनी में लगा दी.
बाद में आरोपियों ने हरिद्वार के ज्वालापुर व झबरेड़ा में भी कंपनी के कार्यालय खोले. राकेश ने अपने परिवार के लोगों व रिश्तेदारों से कुल मिलाकर साढ़े सात लाख रुपए कंपनी में जमा कराए. साल 2019 में बीमा मैच्योर होने उन्हें 11 लाख रुपए मिलने थे. लेकिन समय पर उनकी रकम वापस नहीं मिली. आरोपी उसे जल्दी रकम लौटाने का भरोसा देते रहे. बाद में उन्होंने एक-एक कर ज्वालापुर, झबरेड़ा और देहरादून कार्यालय बंद कर दिए. इसके बाद उनके फोन भी बंद हो गए. मामले को लेकर राकेश ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. जिस पर उसे न्यायालय की शरण लेनी पड़ी.
मामले में सुनवाई के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के आदेश लक्सर कोतवाली पुलिस को दिए गए. कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर आरोपी सुनील व दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.