
प्रयागराज के संगम तट पर महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ में उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा की रहने वाली 57 वर्षीय महिला गुड्डी देवी की दर्दनाक मौत हो गई। भगदड़ के दौरान वह अपने बेटे और बहू से बिछड़ गई थीं, जिसके बाद उनका शव मंगलवार सुबह बरामद हुआ।





महाकुंभ में शाही स्नान के दौरान उमड़ी भारी भीड़ के कारण सोमवार देर रात भगदड़ मच गई थी। इसी भगदड़ में किच्छा निवासी गुड्डी देवी (57) वार्ड 3, किशोर अस्पताल के पास की मौत हो गई। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, वह सोमवार रात किच्छा से तीन बसों के काफिले में प्रयागराज रवाना हुई थीं।
कैसे हुआ हादसा?
गुड्डी देवी अपने बेटे और बहू के साथ संगम स्नान के लिए गई थीं। लेकिन भगदड़ के दौरान वे उनसे बिछड़ गईं। काफी तलाश के बाद मंगलवार सुबह 6 बजे उनका शव बरामद हुआ।
शव अभी परिजनों को नहीं सौंपा गया:
फिलहाल प्रशासन ने गुड्डी देवी का शव परिजनों को नहीं सौंपा है। परिजन शव मिलने का इंतजार कर रहे हैं और गहरे सदमे में हैं।
महाकुंभ भगदड़ में मौतों का सिलसिला जारी:
महाकुंभ में मची भगदड़ में अब तक 30 श्रद्धालुओं की मौत और 60 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। प्रशासन ने भगदड़ की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।