ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र से एक महीने पहले लापता हुई किशोरी का मामला एक नया मोड़ ले आया, जब वह अपने प्रेमी के साथ नाटकीय ढंग से थाने में हाज़िर हो गई। किशोरी ने खुद को बालिग बताया और प्रेमी संग शादी करने की बात कही।
लेकिन जब महिला दरोगा ने आधार कार्ड के अलावा स्कूली प्रमाण पत्रों की जांच की, तो किशोरी नाबालिग पाई गई। इस आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रेमी को हिरासत में ले लिया।
मामला ट्रांजिट कैंप निवासी एक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराए गए उस केस से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने सात मार्च को अपनी बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दी थी। जांच के दौरान सरकपुर सुभानपुर, थाना बिनावर, जिला बदायूं निवासी आकाश का नाम सामने आया था। पुलिस जब आकाश को पकड़ने उसके घर पहुंची, तो वह फरार मिला।
बुधवार शाम आकाश खुद किशोरी के साथ थाने पहुंच गया और दोनों ने शादी की बात कबूल की। किशोरी ने आधार कार्ड में उम्र 18 साल से अधिक होने का हवाला दिया, लेकिन जब जांच महिला एसआई नेहा ध्यानी को सौंपी गई, तो स्कूल के दस्तावेजों से किशोरी की उम्र 18 से कम पाई गई।
एसएचओ मोहन चंद्र पांडे ने बताया कि इस आधार पर केस में धारा 140(3) बीएनएस को हटाकर धारा 137(2), 87 बीएनएस और पॉक्सो एक्ट की धाराएं 3/4 सहपठीत 16/17 को जोड़ा गया। इसके बाद 20 वर्षीय आकाश को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया, जबकि किशोरी का मेडिकल कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
पुलिस की सतर्कता और दस्तावेजों की सच्चाई ने एक नाबालिग को समय रहते बचा लिया और आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गया।