
उत्तराखंड के काशीपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहाँ एक युवक को नौकरी का झांसा देकर उसके दस्तावेजों का दुरुपयोग किया गया और उसके नाम पर अंग्रेजी शराब की दुकान खोल दी गई।





जसपुर के कासमपुर गांव निवासी मनोज कुमार को यह झटका तब लगा जब एक दिन आबकारी विभाग का नोटिस उसके घर पहुंचा। नोटिस में राजस्व भुगतान न करने की बात कही गई थी।
हैरान मनोज को तब पता चला कि काशीपुर रेलवे स्टेशन रोड निवासी प्रतीक अग्रवाल ने उसे सिडकुल में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और उसके सारे जरूरी दस्तावेज – आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो, निवास प्रमाणपत्र और शैक्षिक प्रमाणपत्र – की छायाप्रति ले ली थी।
वीओ:
मनोज का आरोप है कि प्रतीक ने इन दस्तावेजों का इस्तेमाल कर महुआखेड़ा गंज में अंग्रेजी शराब की दुकान के लिए आवेदन किया और दुकान का आवंटन भी करा लिया, जबकि इस आवेदन में मनोज के फर्जी हस्ताक्षर किए गए और जिस बैंक ड्राफ्ट का इस्तेमाल हुआ, वह बैंक खाता भी मनोज के नाम पर नहीं है।
(पीड़ित मनोज कुमार):
“मैंने कभी शराब की दुकान के लिए आवेदन ही नहीं किया। मुझे तो पता भी नहीं था कि मेरे नाम पर ऐसा कुछ हो रहा है। यह मेरे साथ धोखा है।”
मनोज ने इस मामले की शिकायत जसपुर कोतवाली में की, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उसने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर अब पुलिस ने प्रतीक अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस पूरे मामले ने एक बार फिर से दिखा दिया है कि अपने दस्तावेजों को किसी को भी सौंपने से पहले सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है। पीड़ित को न्याय मिलेगा या नहीं, यह तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।