रुद्रपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले ऊधम सिंह नगर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अवैध शराब की बड़ी खेप चुनाव में बांटने की तैयारी में लाई जा रही थी, जिसे पुलिस ने बीती रात एक पिकअप वाहन से बरामद कर लिया। पुलिस ने मौके से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जबकि अन्य आरोपी फरार हो गए।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, उप निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह रिंगवाल व उनकी टीम बीती रात शिमला पिस्तौर क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने, संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग एवं चुनाव संबंधी तैयारियों के तहत गश्त पर थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि मनोज यादव नामक व्यक्ति के घर के पास एक पिकअप वाहन में शराब लाई गई है, जिसे चुनाव में बांटने की योजना है।
सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां खड़ा एक पिकअप वाहन दिखाई दिया। पुलिस को देख वाहन के बाहर खड़े लोग मौके से फरार हो गए, लेकिन चालक सीट पर बैठा एक युवक पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना नाम गुरपाल पुत्र नन्हें निवासी मुबारकपुर, थाना बिलासपुर, जिला रामपुर बताया। आरोपी ने स्वीकार किया कि वह उक्त वाहन को शराब से लादकर पंचायत चुनाव में बांटने के लिए शिमला पिस्तौर लाया था और यह काम उसे मनोज यादव ने सौंपा था।
पुलिस के अनुसार, वाहन की तलाशी लेने पर उसमें कुल 20 पेटियां अंग्रेजी शराब Officers Choice ब्रांड की बरामद हुईं। इनमें से 08 पेटियों में 12-12 बोतल (कुल 96 बोतल) Officers Choice Blue Deluxe Grain Whisky व 12 पेटियों में 48-48 पव्वे (कुल 576 पव्वे) Officers Choice Deluxe Whisky भरे थे। सभी बोतलों और पव्वों पर उत्तराखंड आबकारी विभाग की मुहर लगी थी।
बरामदगी के दौरान मौके पर काफी संख्या में स्थानीय लोग और मीडिया कर्मी एकत्र हो गए। उन्होंने वाहन की वीडियो बनाने और शराब की पेटियां निकालने का प्रयास किया, जिससे मौके पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस ने आरोपी समेत वाहन को तुरंत चौकी बगवाड़ा पहुंचाया। रास्ते में कुछ पेटियां लोगों द्वारा निकालकर नुकसान भी पहुंचाया गया।
पुलिस ने मौके से एक बोतल और चार पव्वों को नमूने के तौर पर अलग किया और शेष शराब को सील किया गया। बरामद शराब, वाहन व गिरफ्तार आरोपी को कोतवाली रुद्रपुर लाकर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। आरोपी के खिलाफ उत्तर प्रदेश आबकारी अधिनियम की धारा 60/72 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि यदि आरोपी को मौके पर गिरफ्तार नहीं किया जाता तो वह फरार हो सकता था। गिरफ्तारी के दौरान राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं उच्चतम न्यायालय के सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया है।
पुलिस अब फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है और इस मामले को लेकर आगे की जांच की जा रही है। शराब की इस बड़ी खेप के बरामद होने से चुनाव में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने में पुलिस को बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।