एसएसपी ऊधमसिंहनगर: अवैध शराब, अवैध शस्त्र और गुंडा अधिनियम पर की गई प्रभावी कार्रवाई

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एसएसपी मणिकांत मिश्रा के कुशल नेतृत्व में ऊधमसिंहनगर जिले में अवैध शराब, अवैध शस्त्र और गुंडा अधिनियम के तहत अपराधियों पर कड़ी और प्रभावी कार्रवाई की गई है। यह दर्शाता है कि जिला पुलिस अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इन कार्रवाइयों से जिले में शांति और सुरक्षा का माहौल सुदृढ़ हुआ है।

1. अवैध शराब के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई

अवैध शराब का कारोबार न केवल सरकार के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है और अक्सर समाज में अन्य आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है। एसएसपी श्री मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर पुलिस ने इस पर अंकुश लगाने के लिए व्यापक अभियान चलाए हैं:

अवैध भट्टियों का ध्वस्तीकरण: जिले के विभिन्न संवेदनशील और दूरदराज के इलाकों में लगातार छापेमारी कर अवैध शराब बनाने वाली अनेक भट्टियों को ध्वस्त किया गया है। इससे अवैध शराब के उत्पादन की जड़ों पर सीधा प्रहार हुआ है।

तस्करों और माफिया पर शिकंजा: शराब के अवैध कारोबार से जुड़े बड़े तस्करों, सप्लायरों और माफिया सदस्यों को चिन्हित कर गिरफ्तार किया गया है। इनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलताएं मिली हैं।

बड़ी खेपें जब्त: जिले की सीमावर्ती चौकियों और आंतरिक मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान चलाकर अवैध शराब की कई बड़ी खेपें पकड़ी गई हैं, जिन्हें परिवहन के दौरान जब्त किया गया। इससे बाजार में अवैध शराब की आपूर्ति पर अंकुश लगा है।

अवैध गोदामों का खुलासा: खुफिया जानकारी और जन सहयोग से अवैध शराब के भंडारण के लिए बनाए गए गुमनाम गोदामों और ठिकानों का खुलासा कर उन्हें सील किया गया है।

आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमे: पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की संबंधित धाराओं में सख्त मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिससे उन्हें कानून के दायरे में लाया जा सके।

अवैध शस्त्रों पर नकेल: अपराधियों की कमर तोड़ी

अवैध हथियार आपराधिक गतिविधियों जैसे हत्या, डकैती, रंगदारी और हिंसा के मूल में होते हैं। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने अवैध शस्त्रों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है:

सघन तलाशी अभियान: जिलेभर में अवैध हथियारों की बरामदगी के लिए विशेष तलाशी अभियान चलाए गए हैं। इन अभियानों के तहत संदिग्ध व्यक्तियों और स्थानों पर छापामारी की गई है।

*हथियारों की बरामदगी और गिरफ्तारियां:* पुलिस ने बड़ी संख्या में अवैध पिस्तौल, तमंचे, चाकू और कारतूस बरामद किए हैं। इन हथियारों को रखने वाले और उनका इस्तेमाल करने वाले कई अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।

*अवैध निर्माण पर प्रहार:* उन गुप्त स्थानों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की गई है जहाँ अवैध शस्त्रों का निर्माण किया जा रहा था, जिससे हथियारों की अवैध आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई है।

 

*संदिग्धों की निगरानी:* आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों और संभावित उपद्रवियों पर कड़ी निगरानी रखी गई, ताकि वे अवैध हथियारों का उपयोग कर किसी घटना को अंजाम न दे सकें।

*शस्त्र अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई:* पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है, जिससे समाज में यह संदेश गया है कि अवैध हथियार रखने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

 

3. गुंडा अधिनियम का प्रभावी प्रयोग: संगठित अपराध पर लगाम

➡️ गुंडा अधिनियम असामाजिक तत्वों और संगठित आपराधिक गिरोहों पर नकेल कसने का एक महत्वपूर्ण कानूनी उपकरण है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने इस अधिनियम का प्रभावी ढंग से उपयोग कर अपराधियों पर नकेल कसी है:

 

*गुंडा सूची का अद्यतन और निगरानी:*

➡️ जिले के सभी कुख्यात गुंडों और सक्रिय आपराधिक गिरोहों की अद्यतन सूची बनाई गई है। इन पर लगातार पुलिस की नजर है और इनकी हर गतिविधि की निगरानी की जा रही है।

 

*संपत्ति जब्ती की कार्रवाई:*

➡️ गुंडा अधिनियम के प्रावधानों के तहत, कई अपराधियों द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति को चिन्हित कर जब्त करने की कार्रवाई की गई है। यह अपराधियों की आर्थिक रीढ़ तोड़ने में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

*गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमे:* ➡️ गंभीर और आदतन अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मजबूत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इस अधिनियम के तहत गिरफ्तारी के बाद अपराधियों को जमानत मिलने में काफी कठिनाई होती है, जिससे वे लंबे समय तक सलाखों के पीछे रहते हैं।

 

*संगठित गिरोहों का विघटन:*

➡️ कई संगठित आपराधिक गिरोहों की पहचान कर उनके सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे उनके आपराधिक मंसूबों पर पानी फिर गया है।

 

➡️ इन सभी कार्रवाइयों का संयुक्त प्रभाव यह रहा है कि ऊधमसिंहनगर जिले में अपराधों में कमी आई है, अवैध कारोबारियों में भय का माहौल है, और जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है। एसएसपी श्री मणिकांत मिश्रा और उनकी टीम की यह पहल निश्चित रूप से एक सुरक्षित और अपराध मुक्त जिले के निर्माण में मील का पत्थर साबित हो रही है।

 

*सितंबर 2024 से 24 जुलाई 2025 तक, ऊधम सिंह नगर पुलिस ने मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए गए अभियान का विवरण।*

➡️पंजीकृत अभियोग: 998

➡️गिरफ्तार अभियुक्त: 1027

➡️बरामद अवैध शराब: 40,455

➡️बोतलें (कच्ची शराब: 33,688

➡️बोतल, अंग्रेजी शराब: 6,625 बोतल,

➡️देसी शराब: 142 बोतल)

➡️ बरामद मादक पदार्थों का अनुमानित मूल्य: ₹1,07,90,230

 

*सितंबर 2024 से 24 जुलाई 2025 तक अवैध हथियारों की बरामदगी और गुंडा एक्ट के तहत की गई कार्रवाई का विवरण :*

 

*आर्म्स एक्ट (आर्म्स अधि०):*

➡️पंजीकृत मामले (पंजीकृत): 233

➡️गिरफ्तार अभियुक्त (अभियुक्त): 275 व्यक्ति

 

*बरामदगी का विवरण:*

➡️बंदूकें (बंदूक): 10

➡️ पिस्टल (पिस्टल): 22

➡️ तमंचे (तमंचा): 149

➡️ रिवाल्वर (रिवाल्वर): 1

➡️कारतूस (कारतूस): 308

➡️ मैगजीन (मैगजीन): 16

➡️ चाकू, तलवार आदि (चाकू, तलवार आदि): 100

➡️ कुल अवैध शस्त्र (कुल अवैध शस्त्र): 182

 

*गुंडा एक्ट (गुन्डा एक्ट):*

➡️ चालान : गुंडा एक्ट के तहत 50 व्यक्तियों के खिलाफ चालान जारी किए गए हैं।

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