रूद्रपुर।
उत्तराखंड बीज एवं तराई विकास निगम (टीडीसी) में निविदा घोटाले को लेकर सूचना न मिलने से आक्रोशित पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने मंगलवार को पथरचट्टा स्थित निगम के अस्थायी मुख्यालय में प्रबंध निदेशक कार्यालय के बाहर सांकेतिक धरना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के तहत एक माह पूर्व मांगी गई जानकारी अब तक उपलब्ध नहीं कराई गई, जिससे बड़े घोटाले की आशंका और मजबूत होती है।
पूर्व विधायक ठुकराल ने बताया कि उन्होंने 24 मई को निगम में व्याप्त निविदा घोटाले, पंतनगर एयरपोर्ट विस्तार की जद में आ रहे निगम परिसरों, आवासों, बीज प्रसंस्करण संयंत्रों और मशीनरी आदि से जुड़ी फाइलों की जानकारी आरटीआई के तहत मांगी थी। निर्धारित शुल्क भी जमा कराया गया था, लेकिन एक माह बीतने के बाद भी कोई सूचना नहीं दी गई।
उन्होंने कहा कि पहले 25 मई को ₹1 और फिर ₹628 की धनराशि सूचना शुल्क के रूप में जमा की गई, बावजूद इसके सूचना नहीं देना इस बात का प्रमाण है कि संबंधित अधिकारी सच्चाई छुपा रहे हैं। ठुकराल ने निगम अधिकारियों पर नेताओं से मिलीभगत कर दस्तावेज छुपाने का गंभीर आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत से निविदा प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं की गई हैं। कम मूल्यांकन कराकर निविदा प्रक्रिया में निगम की धरोहर और पहचान को मिटाने का प्रयास किया गया है। ठुकराल ने दावा किया कि जिन अधिकारियों पर पहले भी घोटाले के आरोप लगे और जो न्यायालय के आदेश पर जेल भी जा चुके हैं, उन्हें ही पुनः बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
पूर्व विधायक ने कहा कि कुछ अधिकारी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए दबाव बनाकर स्थल निरीक्षण कर रहे हैं ताकि मलबा और मशीनरी जल्द से जल्द हटा ली जाए। इससे स्पष्ट है कि इस घोटाले में बड़े अफसरों और प्रभावशाली नेताओं की भी संलिप्तता है।
ठुकराल ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन को पत्र भेजा है।
धरने के दौरान बीज उत्पादन अधिकारी एवं लोक सूचना अधिकारी दीपक पांडेय ने ठुकराल को अपने कार्यालय में बुलाकर वार्ता की।