अल्जीरिया दौरे पर गए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को आतंकवाद का गढ़ बताया है। उन्होंने आतंकवादी संगठनों दाएश और अल-कायदा से इसकी विचारधारा की तुलना की और पाकिस्तान को दोबारा एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डालने की वकालत की है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, जो इस समय एक सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ कई देशों के दौरे पर हैं, उन्होंने अल्जीरिया में पाकिस्तान के खिलाफ तीखा हमला बोला। अल्जीरियाई मीडिया, थिंक टैंक के सदस्यों और भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए ओवैसी ने पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र करार दिया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और आतंकवादी संगठनों दाएश तथा अल-कायदा में कोई वैचारिक अंतर नहीं है। ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान यह गलतफहमी पाल रहा है कि उसे धार्मिक स्वीकृति प्राप्त है, जबकि इस्लाम किसी भी निर्दोष की हत्या की इजाजत नहीं देता।
ओवैसी ने पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में फिर से डालने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि आतंकवाद दो चीजों पर टिका होता है – विचारधारा और पैसा – और पाकिस्तान दोनों का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को फिर ग्रे लिस्ट में डालने से भारत में आतंकवाद पर लगाम लग सकती है।
ओवैसी ने 26/11 के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी का उदाहरण देते हुए पाकिस्तान पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि लखवी जैसे आतंकवादी जेल में रहते हुए पिता बनते हैं और दुनिया देखती रह जाती है।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद बैजयंत पांडा ने भी पाकिस्तान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी परमाणु शक्ति का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों को छिपाने और बढ़ावा देने के लिए करता है।
इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में बैजयंत पांडा के साथ निशिकांत दुबे, एस. फांगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद और पूर्व विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
भारत लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रुख अपनाने की कोशिश कर रहा है। इस दौरे का मकसद वैश्विक समुदाय को आतंकवाद के खतरे के खिलाफ जागरूक करना और सामूहिक प्रतिक्रिया के लिए समर्थन जुटाना है।