रिश्वतखोर पटवारी ने निगल लिए 2000 के नोट, विजिलेंस की टीम भी रह गई हैरान!

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मामला सोशल मीडिया पर बना चर्चा का विषय, आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में

देहरादून।

उत्तराखंड विजिलेंस (सतर्कता अधिष्ठान) ने एक बार फिर रिश्वतखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस बार मामला राजधानी देहरादून के कालसी क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया, लेकिन उसने फुर्ती दिखाते हुए रिश्वत के चार नोट (500-500 रुपये) मौके पर ही चबाकर निगल लिए। इस अजीबोगरीब हरकत ने विजिलेंस टीम को भी चौंका दिया।

शिकायत के बाद बिछाया गया था जाल

ग्राम निवासी शिकायतकर्ता ने टोल फ्री नंबर 1064 पर कॉल कर विजिलेंस से शिकायत की थी कि पटवारी गुलशन हैदर उसके भाइयों के जाति प्रमाण पत्र व मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने के एवज में दो हजार रुपये रिश्वत मांग रहा है। साथ ही उसने दस्तावेज के साथ 26 मई को तहसील कार्यालय बुलाया था।

विजिलेंस टीम ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तहसील में जाल बिछाया और गुलशन हैदर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। लेकिन गिरफ्तारी से ठीक पहले पटवारी ने अचानक 2000 रुपये की रिश्वत (चार नोट) फुर्ती से चबाकर निगल लिए।

अस्पताल ले जाकर कराई गई जांच

विजिलेंस टीम ने तुरंत आरोपी को हिरासत में लिया और सरकारी अस्पताल में उसका सीटी स्कैन कराया। हालांकि सीटी स्कैन में नोट संबंधी कोई जानकारी नहीं मिली। अब अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि पुष्टि हो सके कि नोट पेट में ही हैं या नहीं।

सबूत के तौर पर मौजूद हैं ऑडियो-वीडियो क्लिप

विजिलेंस के निदेशक डॉक्टर वी मुरुगेशन ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट न आने की स्थिति में भी विभाग के पास ऑडियो, वीडियो क्लिपिंग और आरोपी के हाथों से लिया गया केमिकल सैंपल जैसे पर्याप्त सबूत मौजूद हैं।

कोर्ट में पेश होगी मेडिकल रिपोर्ट

विजिलेंस ने पटवारी गुलशन हैदर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7 और भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 238 के तहत मामला दर्ज किया है। मेडिकल रिपोर्ट को कोर्ट में पेश कर आरोपी के खिलाफ मजबूत केस बनाया जाएगा।

न्यायिक हिरासत में आरोपी

विजिलेंस ने 27 मई को आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार देहरादून भेज दिया गया है। विजिलेंस ने सोशल मीडिया पर पटवारी को जमानत मिलने की खबरों को भ्रामक और झूठा बताया है।

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