नानकमत्ता में 28 मार्च 2024 को हुए बहुचर्चित बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता बाबा अनूप सिंह आखिरकार कानून के शिकंजे में आ गया है। पुलिस ने उसे हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। इस जघन्य हत्या में पंजाब के शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू और सरबजीत सिंह की भूमिका पहले ही सामने आ चुकी थी।
सूत्रों के अनुसार, यह पूरा हत्याकांड डेरा कार सेवा की संपत्तियों पर वर्चस्व को लेकर अंजाम दिया गया। हत्या के मुख्य आरोपी दिलबाग ने बाबा अनूप सिंह के संपर्क में आकर शूटरों से संपर्क साधा था। करीब दो वर्षों से इस हत्याकांड की साजिश रची जा रही थी, हत्या से पहले बाबा तरसेम सिंह ने 6 मार्च को शासन-प्रशासन को पत्र भेजकर अपनी जान को खतरा बताया था। यही नहीं, वर्ष 2008 में पंथ रत्न संत बाबा हरवंश सिंह ने भी तरसेम सिंह की हत्या की आशंका जताई थी।
वारदात के बाद पुलिस ने शूटर अमरजीत सिंह को आठ अप्रैल को हरिद्वार में मुठभेड़ में ढेर कर दिया, जबकि सरबजीत सिंह को घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया। अब तक नौ अभियुक्तों को जेल भेजा जा चुका है। वहीं, बाबा अनूप सिंह की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, पंजाब और यूपी तक पुलिस की टीमें सक्रिय रहीं। करीब 14 माह की मशक्कत के बाद आखिरकार एसटीएफ ने उसे हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के अनुसार, बाबा अनूप सिंह हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता था और उस पर ₹25,000 का इनाम भी घोषित किया गया था।