उत्तराखंड में पूर्व विधायक की बेटी की रहस्यमय मौत, पीजी के कमरे में फंदे पर झूलता मिला शव

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देहरादून: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से दिवंगत भाजपा विधायक भीमा मंडावी की बेटी दीपा मंडावी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। गणतंत्र दिवस की शाम दीपा का शव उनके पीजी के कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। दीपा देहरादून के साईं इंस्टीट्यूट से फिजियोथेरेपी की पढ़ाई कर रही थीं और बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स के तृतीय वर्ष में थीं।

 

कमरे में लटका मिला शव, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला

पुलिस के अनुसार, दीपा की उम्र 22 वर्ष थी। वह 2022 में देहरादून पढ़ाई के लिए आई थीं और वर्तमान में करनपुर स्थित एक पीजी में रह रही थीं। घटना के समय दीपा की रूममेट किसी काम से बाहर गई हुई थी। जब वह वापस लौटी तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद पाया। खिड़की से झांकने पर दीपा को पंखे से लटका हुआ देखा गया।

 

पीजी मालिक को सूचना देने के बाद पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने दीपा को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।

 

पिता की नक्सली हमले में हुई थी हत्या

गौरतलब है कि दीपा के पिता और भाजपा विधायक भीमा मंडावी की 9 अप्रैल 2019 को नक्सलियों ने हमला कर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद से परिवार पहले ही गहरे सदमे में था, और अब दीपा की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है।

 

पुलिस कर रही है मामले की जांच

डालनवाला थाना प्रभारी मनोज मैनवाल ने बताया कि दीपा हाल ही में अपने घर दंतेवाड़ा से लौटी थीं और एक सप्ताह पहले ही नए पीजी में रहने आई थीं। दीपा की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति अधिक स्पष्ट हो सकती है।

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