नैनीताल जिले के रामनगर वन प्रभाग के बेतालघाट ब्लॉक में संदिग्ध परिस्थितियों में गुलदार और उसके शावक के शव मिलने का मामला सामने आया है। इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर रानीबाग रेस्क्यू सेंटर भेज दिया। हालांकि, इनकी मौत के असल कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा।
ग्रामीणों ने देखे शव, दी सूचना
बताया जा रहा है कि बेतालघाट ब्लॉक के धनियाकोट क्षेत्र में सफेद पहाड़ी के पास स्थित गदेरे में ग्रामीणों ने गुलदार और उसके शावक का शव देखा। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी। मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
आपसी संघर्ष से मौत की आशंका
वन रेंजर मनोज भगत ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि गुलदार और उसके शावक की मौत आपसी संघर्ष के कारण हुई है। हालांकि, इसके वास्तविक कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विसरा जांच के बाद ही चल सकेगा। विसरा जांच के लिए सैंपल बरेली और देहरादून लैब भेजे जाएंगे।
तीन दिन पहले भी मिला था नर तेंदुए का शव
गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही कोसी नदी किनारे गैरखाल गांव के पास एक नर तेंदुए का शव मिला था। लगातार तीन दिनों के भीतर क्षेत्र में गुलदार और उसके शावक के शव मिलने से स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग की है।
सभी अंग सुरक्षित
वन विभाग ने बताया कि तेंदुआ और उसके शावक के सभी अंग सुरक्षित हैं। फिलहाल वन विभाग पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहा है।