रामनगर में गुलजारपुर और गोबरा स्थित खनन क्षेत्र में जंगलात टीम द्वारा किए गए छापे के दौरान अवैध खनन माफिया और वन विभाग टीम के बीच तकरार हो गई। यह घटना सोमवार रात डेढ़ बजे की है, जब रामनगर के उप प्रभागीय वनाधिकारी मनीष जोशी के नेतृत्व में जंगलात टीम ने अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 10 वाहनों को पकड़ लिया। इसके बाद खनन माफिया की एक बड़ी टोली ने जंगलात टीम पर हमला कर दिया।
खनन माफिया द्वारा वन विभाग के कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की गई, और इस दौरान फॉरेस्ट गार्ड तेजपाल सिंह से उनकी बंदूक छीन ली गई। घटना की सूचना मिलने के बाद बन्नाखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक खनन माफिया फरार हो चुके थे। पुलिस ने खेत से गुमशुदा बंदूक बरामद की और उसे वन विभाग के सुपुर्द कर दिया।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ पीसी आर्य ने बताया कि जंगलात टीम ने अवैध खनन से भरे 10 वाहनों को जब्त किया, जिनमें तीन ट्रैक्टर-ट्रॉली, दो ट्रैक्टर, दो बैक कराह, एक डंपर और दो बाइक शामिल थीं। ये सभी वाहन गुलजारपुर और बन्नाखेड़ा वन रेंज परिसर में खड़े किए गए हैं।
पुलिस और वन विभाग द्वारा इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। सीओ विभव सैनी ने कहा कि मामले में तहरीर आने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और उन व्यक्तियों को चिह्नित किया जाएगा जिन्होंने वन कर्मियों के साथ अभद्रता की।