उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में हुए दर्दनाक सड़क हादसे वाहन चालकों ने सबक नहीं लिया बता दें कि चंपावत में जब पुलिस ने वाहनों की चेकिंग की तो इसका खुलासा हुआ…
लोहाघाट थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अशोक कुमार के नेतृत्व में चलाए जा रहे चेकिंग अभियान में KMOU (Kumaon Motor Owners Union Limited) बस का ड्राइवर नशे की हालत में बस चलाता पकड़ा गया. पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया है. सिर्फ चालक ही नशे में नहीं था बल्कि बस भी ओवरलोड थी, केमू की इस यात्री बस की क्षमता 31 सीट की थी. चालक और कंडक्टर ने बस में निर्धारित संख्या से बहुत ज्यादा यात्री बिठा रखे थे. पुलिस ने जब बस में सवार यात्रियो की गणना की तो उसमें निर्धारित 31 की जगह 45 यात्री पाए गए. इनमें 39 बड़े लोग और 6 बच्चे शामिल थे. ये बस चंपावत से हल्द्वानी के बीच दौड़ रही थी.
नशे में धुत होकर बस चला रहा था ड्राइवर: अल्मोड़ा में हुए भीषण बस हादसे के बाद चंपावत जिले के एसपी अजय गणपति के द्वारा जिले भर में यातायात नियमों का सख्ती से पालन किए जाने के तमाम थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए थे. पुलिस की सख्ती और अल्मोड़ा बस हादसे से भी बस चालकों ने अभी सबक नहीं लिया है. चंपावत के लोहाघाट थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने यातायात नियमों के उल्लंघन के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान दौरान कुमाऊ मोटर्स ऑनर्स यूनियन लिमिटेड की बस में क्षमता से अधिक सवारियां पाई गईं. वहीं चालक भी शराब के नशे में था।
लोहाघाट पुलिस ने केमू की इस बस को सीज कर चालक को गिरफ्तार किया है. लोहाघाट पुलिस द्वारा मिली जानकारी अनुसार चंपावत से हल्द्वानी के बीच संचालित होने वाली केमू की यात्री बस को चेक करने पर बस चालक बृजमोहन पुत्र शांतिलाल निवासी हरि नगर भिड़ापानी थाना मुक्तेश्वर जनपद नैनीताल द्वारा बस में निर्धारित क्षमता 31 व्यक्तियों से अधिक 39 व्यक्तियों 06 बच्चों (कुल 45) को बैठाया गया था. साथ ही ड्राइवर का अल्कोमीटर से चेक करने पर उसके शराब पीने की पुष्टि भी हुई।