सरकार हर दिन लोगों को तरह-तरह के स्कैम के बारे में अलर्ट कर रही है लेकिन लोगों की हालत ‘शिकारी आएगा, दाना डालेगा, लोभ से उसमें फंसना नहीं’ जैसी हो गई है। लोग दूसरे को आगाह कर रहे हैं, लेकिन खुद ही जाल में फंस जा रहे हैं। अब साइबर ठगों ने 67 साल के एक पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर को अपना शिकार बनाया है। फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर ठगों ने एमडी साहब से 4.80 करोड़ ठग लिए हैं। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में…
मल्टीनेशनल कंपनी के पूर्व एमडी हैं पीड़ित
पूरा मामला मुंबई के ठाणे का है जहां मल्टीनेशनल कंपनी के एक पूर्व एमडी पर ठगों ने पहले मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल होने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की धमकी दी। उसके बाद उनसे 4.80 करोड़ रुपये ठग लिए। इस मामले में ठाणे क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज किया गया है।
कस्टम अधिकारी बन ठगों ने उड़ाए पैसे
ठगों ने एमडी को कॉल करके खुद को केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी बताया। ठगों ने एमडी से कहा कि उन्होंने ताइवान के रास्ते में एक प्रमुख कूरियर कंपनी के सीमा शुल्क कार्यालय में एक पार्सल रोका है, जिसमें एमडीएमए, नौ एक्सपायर्ड पासपोर्ट और क्रेडिट कार्ड सहित कुछ प्रतिबंधित सामान हैं।
ड्रग्स के मामले में फंसाने की दी धमकी
ठगों ने एमडी से कहा कि उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज की गई है। इस मामले के निपटारे के लिए आपको बैंक अकाउंट की जानकारी, आधार कार्ड नंबर समेत कई जानकारी उनके साथ साझा करनी होगी। ठगों ने एमडी के खिलाफ अरेस्ट वारंटी निकाले जाने की भी धमकी दी और ड्रग्स के मामले में फंसाने की भी धमकी दी।
फोन में एप करावाया डाउनलोड
इसके बाद ठगों ने एमडी के फोन पर एक वीडियो कॉलिंग एप डाउनलोड करवाया और उसके बाद वीडियो कॉल पर बात करते हुए डेबिट कार्ड की जानकारी सीवीवी नंबर के साथ साथ मांगी गई। एमडी ने अपनी दो पॉपर्टी के बारे में भी ठगों को बताया। ठगों ने एमडी से अपनी पत्नी के खाते में 1 करोड़ रुपये भी ट्रांसफर करवाए। इसके बाद कई दिनों तक जांच चली और उनके खाते से कुल 4.80 करोड़ रुपये निकाले गए।
बचने का तरीका क्या है?
बहुत ही साफ बात यह है कि यदि आपने कोई कूरियर ऑर्डर किया ही नहीं है तो फिर आपके पास कूरियर का कॉल क्यों आ रहा है। इस तरह के कॉल का जवाब ना दें। यदि कोई बार-बार परेशान कर रहा है तो उसे ब्लॉक करें और साइबर थाने में शिकायत करें। यदि कोई भी कस्टम विभाग के नाम से कॉल करता है तो उससे बात न करें।
किसी भी कीमत में अपनी निजी जानकारी जैसे बैंक डीटेल शेयर न करें। यदि कोई आपको कोई वेब लिंक भेजता है तो उसपर क्लिक ना करें। इस तरह के स्कैम के बारे में 155260 पर कॉल करके शिकायत करें या फिर cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत करें।