उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में नकल का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। दावा किया जा रहा है कि नियम-कानून की रक्षा करने वाले एक पूर्व आईपीएस कानून की परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े गए हैं। नकल करते पकड़े गए अभ्यर्थी का नाम राजेश कुमार बताया जा रहा है।
वहीं नकल सामग्री को जब्त करते हुए पकड़े गए अभ्यर्थी राजेश कुमार की कॉपी को भी सील कर दिया गया है। भाषा विश्व विद्यालय में 12 दिसंबर से एलएलबी की परीक्षा चल रही है। राजेश कुमार प्रथम वर्ष के छात्र है। वहीं इस घटना के बाद हड़कंप मच गया है।
इस घटना को लेकर भाषा विवि की परीक्षा नियंत्रक भावना मिश्रा ने बताया कि राजेश कुमार को नकल करते हुए पकड़े गए है। लेकिन अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि राजेश कुमार पूर्व आईपीएस है। उन्होंने बताया कि बुधवार को राजेश कुमार को नकल करते हुए पहली बार पकड़ा गया था।
रिटायर्ड आईपीएस बताए जा रहे राजेश कुमार अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। राजेश कुमार बृहस्पतिवार को दोबारा फिर नकल करते हुए पकड़ लिए गए। जिसके बाद नकल सामग्री को जब्त करते हुए कॉपी को सील कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विवि में पहली बार आयोजित हो रही एलएलबी की परीक्षा को लेकर प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम के सदस्य औचक निरीक्षण पर थे। तभी प्रथम वर्ष के पहले सेमेस्टर की परीक्षा दे रहे वरिष्ठ अभ्यर्थी राजेश कुमार पर टीम के सदस्यों को शक हुआ। शक के आधार पर छानबीन करने पर उनके पास से नकल सामग्री पकड़ी गई। इसके बाद नकल सामग्री को जब्त कर लिया गया और उनकी कॉपी को सील कर दिया गया था।
वहीं नकल करते पकड़े गए राजेश कुमार को दोनों दिन नकल करते पकड़े जाने के लिए उनके खिलाफ अनुचित साधन यूएफएम के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही मामले में आगे की कार्रवाई के लिए यूएफएम के समक्ष उनकी जब्त सामग्री भी पेश कर दी गई है। जानकारी के अनुसार नकल के चलते प्राक्टीरियल बोर्ड के सदस्यों के साथ राजेश कुमार की दोनों ही दिन कहासुनी भी हो गई थी।