हरिद्वार जिले के लक्सर और बहादराबाद ब्लॉक में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत बड़ा घोटाला सामने आया है। आरटीआई के जरिए खुलासा हुआ है कि 32 किसानों के नाम पर 27 लाख 65 हजार रुपए से अधिक की सरकारी धनराशि का गबन किया गया।
पूरा मामला आरटीआई कार्यकर्ता फैजान अंसारी की ओर से उठाया गया है। फैजान ने लक्सर के उप जिलाधिकारी सौरभ असवाल को शिकायती पत्र सौंपते हुए पूरे मामले की एसआईटी जांच की मांग की है।
फैजान अंसारी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत माइक्रोड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम के नाम पर किसानों के नाम फर्जीवाड़ा कर धन निकाला गया, जबकि जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ।
(फैजान अंसारी, आरटीआई कार्यकर्ता):
किसानों को योजना की जानकारी तक नहीं दी गई, उनके नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर भुगतान दिखाया गया। कई किसानों के तो हस्ताक्षर तक फर्जी हैं।
शिकायत में बताया गया कि 32 लाभार्थियों के नाम पर ₹27,65,004 की सरकारी राशि गबन की गई। कुछ किसानों ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें योजना का लाभ कभी नहीं मिला, और उनके नाम से शपथ पत्र और रजिस्ट्रेशन दस्तावेज तक फर्जी बनाए गए।
मदनपाल नामक किसान के नाम पर ₹87,657 और ₹1,53,140 का भुगतान दिखाया गया, जबकि उन्होंने किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया है।
शिकायत में ये भी कहा गया है कि योजना की सफलता दिखाने के लिए उद्यान विभाग के अधिकारियों ने फर्जी फोटो और लोकेशन अपलोड कीं। वहीं, एसडीएम लक्सर सौरभ असवाल ने जांच का आश्वासन दिया है।
सौरभ असवाल, एसडीएम लक्सर:
“शिकायत पत्र के आधार पर जांच टीम गठित की जाएगी। यदि अनियमितता पाई जाती है तो दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
फिलहाल जांच की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है, लेकिन अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो ये मामला न केवल सरकारी धन की बर्बादी है बल्कि किसानों के साथ एक बड़ा धोखा भी है। शिकायतकर्ता ने दोषियों की संपत्ति की जांच और पीड़ित किसानों को योजना का वास्तविक लाभ दिलाने की मांग की है।