
आंध्र प्रदेश के तिरुपति में हुए भगदड़ हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के लिए राज्य सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है। साथ ही मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कड़े कदम उठाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।





तिरुपति में पद्मावती पार्क और विष्णु निवासम में हुए भगदड़ हादसे के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने तुरंत मुआवजे की घोषणा की। राजस्व मंत्री सत्य प्रसाद ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने घटना की समीक्षा के दौरान अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि यह हादसा लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने डीएसपी रमणकुमार और गोशाला निदेशक हरनाथ रेड्डी को निलंबित कर दिया है। साथ ही तीन अन्य अधिकारियों का तबादला किया गया है।
सीएम चंद्रबाबू नायडू:- “यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ अधिकारियों की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना व्यवहार के कारण यह हादसा हुआ। हम दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।”
मुख्यमंत्री नायडू ने अमरावती में डीजीपी, टीटीडी ईओ, कलेक्टर और एसपी के साथ बैठक कर घटना का जायजा लिया। बाद में वे तिरुपति पहुंचे और भगदड़ स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात कर उनके हालचाल जाने।
भगदड़ की घटना के बाद तिरुपति पूर्व पुलिस स्टेशन में दो मामले दर्ज किए गए हैं। पहला मामला रायनवनम तहसीलदार की शिकायत पर, और दूसरा मामला बलय्यापल्ले तहसीलदार की शिकायत पर दर्ज हुआ है।
राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदम और न्यायिक जांच के आदेश से मृतकों के परिवारों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। वहीं, सरकार की ओर से प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है। तिरुपति भगदड़ की पूरी घटना पर नजर बनाए रखेंगे।