उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले मे हुई हिंसा के बाद से जहां पूरा विपक्ष संयुक्त किसान मोर्चे के साथ मिलकर भाजपा एवं यूपी सरकार को घेरता दिखाई दे रहा है। वह इसी बीच विपक्षी नेता ने भाजपा सरकार को नसीहत दी है कि सरकार को बीजेपी के विधायक से सीखना चाहिए।
लखीमपुर खीरी मे हुई हिंसा के बाद से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर अन्य विपक्षीय दलों के नेता लगातार मृतक किसानो के परिवार व अस्पताल में उपचार करा रहे घायल किसानों से जाकर मुलाकात कर रहे है।
इसके साथ ही विपक्षीय दलों का आरोप है कि भाजपा सरकार हिटलरशाही रवैया अपना कर किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है जिसे किसी भी सूरत मे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यूपी सरकार एवं भाजपा के खिलाफ विपक्षीय नेताओं की घेराबंदी के कारण अब भाजपा अपने बचाओं मे उतर आई है और लखीमपुर खीरी मे हुई घटना पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है,
भाजपा नेताओं द्वारा लगातार यहां आरोप लगाया जा रहा है कि विपक्षीय नेताओ द्वारा घायलों का हालचाल जानने के बहाने अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास किया जा रहा है,जबकि किसानों एवं जनता के दुख दर्द से विपक्ष का कोई लेना देना नही है, लेकिन उत्तराखंड की 66 विधानसभा रूद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल ने दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल पहुचकर लखीमपुर खीरी की घटना मे घायल हुए ऊधम सिंह नगर के किसान नेता तजिंदर सिंह विर्क के हालचाल जाने और इसकी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से क्षेत्रवासियों को दी।भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल द्वारा लखीमपुर खीरी मे हुई घटना मे घायल किसान नेता से मुलाकात कर अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया है। वही कांग्रेस किसान मोर्चे के प्रदेश महासचिव विनोद कोरंगा ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को अपने रूद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल से प्रेरणा लेनी चाहिए,और किसानों को अपने वाहन से कुचलने वालें नेताओं पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि किसानों के हक मे तत्काल प्रभाव से केंद्र सरकार द्वारा तीनों काले कानून को वापस लेना चाहिए।